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Thursday 24 December 2020

इन तकनीकों से पाएं आकर्षक नाभि, लुभाएं पार्टनर को


इन तकनीकों से पाएं आकर्षक नाभि, लुभाएं पार्टनर को

नारी सौंदर्य में आकर्षक नाभि अपनी खास अहमियत रखती है। आकर्षक और संतुलित नाभि महिलाओं को बेहतर लुक प्रदान करती है, वहीं पार्टी, फंक्शन में आकर्षण का केंद्र भी बनती है। आज नाभि दिखाने का फैशन चलन में है। नाभि सदैव कपड़े के नीचे ढकी रहती है, इसलिए महिलाएं प्राय: उसकी स्वच्छता, सौंदर्य तथा देखभाल की ओर ध्यान नहीं देतीं। लेकिन नाभि का भी अपना अलग आकर्षण है। अत: उसकी तरफ भी ध्यान देना आवश्यक है। यदि आप ऐसा नहीं करतीं तो पूरे शरीर के सौंदर्य पर ग्रहण सा प्रतीत होगा। तो आइये आज हम आपको बताते हैं कि कैसे नाभि का देखभाल करें।

'नी शेप' नामक तकनीक का इस्तेमाल
कुछ युवतियों की नाभि ऊपर की तरफ निकली होती है तो कुछ की नाभि संकरी, छोटी एवं कम गहरी होती है, जो उनके सौंदर्य को कम कर देती है। आजकल 'नी शेप' नामक तकनीक के जरिए नी शेप क्लिनिक एवं पार्लर्स में युवतियों की नाभि को आकर्षक आकार दिया जाता है।

'नेवल स्प्रिंग' तकनीक का इस्तेमाल
नाभि को आकर्षक, गहरी एवं सुंदर बनाने के लिए आजकल 'नेवल स्प्रिंग' तकनीक अपनाई जाती है। इस के अंतर्गत नाभि का नाप ले कर जंगरोधी धातु की नाभि के आकार की एक स्प्रिंग तैयार की जाती है। इस स्प्रिंग की खासियत है कि यह नाभि के अंदर गहराई में जा कर फैलती है और नाभि के अंदर की त्वचा को दबाती है। फिर इसे नाभि के अंदर डाल कर छोड़ दिया जाता है। जब इस नेवल स्प्रिंग को दबा कर किसी जंगनिरोधी चिमटी के सहारे नाभि की गहराई या सतह पर डाल कर छोड़ा जाता है तब दबाव कम होते ही यह स्प्रिंग अपने बड़े आकार में आ जाती है, इस से नाभि का आकार चौड़ा, गोल एवं आकर्षक हो जाता है. यह स्प्रिंग नाभि में दिखाई नहीं देती है। इस नेवल स्प्रिंग की एक विशेषता यह भी है कि लगातार नाभि के अंदर रहने से इस के स्प्रिंग के तार त्वचा को दबाते हैं और उस स्थान के सैल्स स्प्रिंग तार के साइज के दबाव के कारण अंदर की तरफ दबते-दबते स्थायी हो जाते हैं और जब नाभि स्थायी रूप से आकर्षक रूप ले लेती है तब स्प्रिंग अपनेआप बाहर निकल जाती है।

'कपिंग' विधि का इस्तेमाल
इसी के साथ एक विधि 'कपिंग' है। इस में किसी खोखली वस्तु (धातु के कप) को मसल्स पर रख कर उस की हवा निकाली जाती है। हवा निकलने से उस जगह पर वैक्यूम पैदा हो जाता है, जिस से वह उस जगह पर चिपक जाता है। इस से वहां खिंचाव शुरू हो जाता है और नए सैल्स बनने से वह जगह फैलनी शुरू हो जाती है। नाभि के पर्याप्त आकार लेते ही कप निकल जाता है। इस विधि में नाभि को जो आकार देना है, उस आकार के कप का उपयोग किया जाता है।

कुछ घरेलू कारगर उपाय

- नहाते समय नियमित रूप से नाभि की सफाई अवश्य करें। रोजाना ऐसा करने से धीरे - धीरे आपकी नाभि साफ सुथरी होकर चमकने लगेगी।

- नहाने के बाद सूखे तौलिये से नाभि को ठीक से सुखाएं, ऐसा करने से गन्दगी नहीं जमेगी और सोप भी जो रह जाती है वह हट जायेगी।

- नियमित रुप से सुबह-शाम नाभि को पानी से अवश्य साफ करें। इससे पसीने की दुर्गंध निकल जाती है।

- नाभि पर मेकअप करने या फैंटेसी कलर लगाने के बाद रात्रि में सोते समय इसे क्लीजिंग मिल्क मे अवश्य साफ करें।

- गर्मी के दिनों में सुबह-शाम नाभि में नारियल का तेल लगाने से शरीर को ठंडक मिलती है तथा नाभि सुंदर हो जाती है।

- सर्दियों में रात को सोते समय नाभि में 1-2 बूंद सरसों का तेल लगाने से नाभि का सौंदर्य बढ़ जाता है।

- पके पपीते की छोटी-छोटी स्लाइस लेकर नाभि पर रगड़ने से नाभि का कालापन दूर हो जाता है।

- नाभि में अधिक कालापन होने पर उबला आलू मसलकर नाभि पर रगड़ें । नाभि का कालापन दूर हो जाएगा।

- थोड़ी सी मुलतानी मिट्टी, दो बूंद नींबू का रस और दो बूंद बादाम का तेल - तीनों को गुलाबजल में मिलाकर पेस्ट बना लें। स्नान के 15 मिनट पहले यह पेस्ट नाभि पर लगाएं। स्नान के समय इसे धो डालें। कुछ दिनों तक यह प्रयोग करने से नाभि का कालापन दूर हो जाता है।

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